नारी शिक्षा के महत्व पर निबंध / Nari Shiksha Ke Mahatva Par Nibandh / भारत में नारी की शिक्षा के महत्व पर निबंध / नारी शिक्षा पर निबंध / भारतीय नारी का शिक्षा के महत्व पर निबंध / नारी शिक्षा पर निबंध 300 शब्दों में / Bhartiya Nari ke Shiksha Par Nibandh / Essay on Women Education in Hindi / नारी शिक्षा का महत्व पर निबंध 300 शब्दों में /
नारी शिक्षा का महत्व
- प्रस्तावना –
- नारी शिक्षा का महत्व –
- अशिक्षित महिलाएं
- नारी की शिक्षा का उद्देश्य
- नारी शिक्षा के लिए योजनाएं
- पुराने समय में नारी की स्थिति
- उपसंहार
प्रस्तावना – कोई भी देश तरक्की तभी कर सकता है जब वहां के पुरुष और महिलाएं दोनों शिक्षित हो और कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करते हो आधुनिक भारत और विश्व बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है जहां पर महिलाओं और पुरुष दोनों साथ में कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे हैं ऐसे में नारी की शिक्षा को बढ़ावा देना बहुत ही महत्वपूर्ण है।
क्योंकि जिस देश में नारी की शिक्षा को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा वहां पर नारी अशिक्षित और पीछे रह जाएंगे जिस वजह से देश की के विकास में भी बाधा उत्पन्न होंगी वर्तमान समय में जितना महत्व पुरुष की शिक्षा का है उतना ही महत्व नारी की शिक्षा का भी है क्योंकि एक शिक्षित नारी ही देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है।
नारी शिक्षा का महत्व पर निबंध 300 शब्दों में
नारी शिक्षा का महत्व – वर्तमान में नारी को शिक्षित होना अत्यंत ही आवश्यक है क्योंकि नारी ही घर के कार्यों से लेकर बच्चों तक का पालन पोषण शिक्षा दीक्षा का कार्य करती है बच्चों की सबसे बड़ी शिक्षक उनकी माता ही होती है यदि उनकी माता की अशिक्षित होंगी तो बच्चे भी अशिक्षित होंगे एक शिक्षित नारी ही बच्चों की पढ़ाई लिखाई मैं सहायता कर सकती है।
घर के आर्थिक संतुलन को बनाए रख सकती है तथा परिवार या अपने पर विपत्ति आने पर अपने घर का पालन पोषण भी कर सकती है तथा अपने ऊपर होने वाले अत्याचार कुप्रथा रीति रिवाज का विरोध करके अपना जीवन अपनी मर्जी से व आजादी से जी सकती है
अशिक्षित महिलाएं – यदि महिलाएं अशिक्षित होती है तो उन्हें विभिन्न प्रकार की कुप्रथा रीति रिवाज रूढ़िवादी प्रथा आदि के कारण प्रताड़ित होना पड़ता है आज पर्दा प्रथा बाल विवाह जैसे अनेक प्रकार के कारणों से नारी का जीवन नर्क के समान हो जाता है इन सभी कुप्रथा रिती रिवाज आदि को समाप्त करने के लिए नारी को शिक्षित होना पड़ेगा तभी यह सब से उन्हें छुटकारा मिल पाएगा।
Nari Shiksha ke Mahatva Par Nibandh in Hindi
नारी की शिक्षा का उद्देश्य – नारी कि शिक्षा का उद्देश उन्हें जागरूक करना विभिन्न कुप्रथा और रीति रिवाज पर्दा प्रथा जैसी अनेकों प्रकार की समस्याओं से मुक्त करना है उन्हें शिक्षित करके उन्हें अपने पैरों पर खड़े होकर आत्मनिर्भर बनाना है ताकि वह भी पुरुष के समान कंधे से कंधा मिलाकर तथा उनके बराबर कार्य कर सके और उन्हें उनके बराबर ही अधिकार प्राप्त हो सके।
और इस शिक्षा का असर हमें दिखाई भी देता है आज वर्तमान समय में कई ऐसी महिलाएं है जो बड़ी-बड़ी कंपनियों की सीईओ है तथा कई बड़े-बड़े सरकारी पदों पर भी महिलाएं मौजूद है जो नारी शिक्षा का ही एक वरदान है।
नारी शिक्षा के लिए योजनाएं – सरकार द्वारा नारी को शिक्षित करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है ताकि महिलाएं शिक्षा से वंचित ना रहे सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना लाड़ली लक्ष्मी योजना जैसे अनेकों प्रकार की योजना चलाकर उन्हें शिक्षित करने के लिए प्रेरित किया है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।
भारतीय नारी में शिक्षा का महत्व निबंध
पुराने समय में नारी की स्थिति – प्राचीन समय में नारी की स्थिति बहुत ही दयनीय थी उन्हें अनेक प्रकार की कुप्रथाओं का शिकार होना पड़ता था पर्दा प्रथा बाल विवाह जैसे अनेकों प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ता था और इसका भी विरोध भी नहीं कर पाती थी इसलिए नारी को शिक्षित करना आवश्यक हो गया था क्योंकि इन सभी का विरोध एक शिक्षित महिला ही कर सकती है।
उपसंहार – पुरुष और नारी दोनों ही देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं शिक्षित नारी ही एक समृद्ध परिवार समाज का निर्माण कर सकती है और अनेकों प्रकार की कुप्रथा रिती रिवाज आदि से मुक्त होकर अपना जीवन आजादी से जी सकती है।
वर्तमान समय में महिला इतनी शिक्षित हो चुकी है वे इन पुरानी कुरीति कुप्रभाव का कड़ा विरोध करती है और अपना जीवन आजादी से व्यतीत कर रही है।
अतः शिक्षित नारी ही समृद्ध समाज और सशक्त और मजबूत देश की निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देती है।