हिंदी भाषा का महत्व पर निबंध | Hindi Bhasha Ka Mahatva Par Nibandh | Essay On Hindi Bhasha Ka Mahatva | Hindi Bhasha par Nibandh in Hindi.
हिंदी भाषा का महत्व पर निबंध
- प्रस्तावना
- हिंदी का महत्व
- मातृभाषा हिंदी की विशेषता
- हिंदी भाषा का उपयोग
- हिंदी भाषा मे लेखकों का योगदान
- इंटरनेट पर हिंदी का विकास
- हिंदी भाषा की उत्पत्ति
- मातृभाषा हिंदी का विकास
- हिंदी दिवस
- उपसंहार
प्रस्तावना :- हिंदी भाषा भारत की संस्कृति गौरव एवं मान सम्मान है हिंदी भाषा से ही भारत की पहचान की जाती है भारत में हिंदी भाषा का उपयोग ही सर्वाधिक किया जाता है भारत के सभी क्षेत्रों मेंहिंदी भाषा का उपयोग किया जाता है हिंदी भाषा भारत में ही नहीं बल्कि विश्व में भी बहुत अधिक प्रचलित है यह विश्व की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में दूसरे नंबर पर आती है हिंदी भाषा का महत्व हमारे जीवन बहुत अधिक है दैनिक जीवन में हम हिंदी भाषा का ही उपयोग करते हैं यह सरल एवं आसान है तथा यह हम सभी को एक दूसरे से जोड़कर लगती है|
हिंदी भाषा का महत्व:- हिंदी भाषा का महत्व बहुत अधिक है विदेशों में हिंदी भाषा से ही भारत की पहचान की जाती है हिंदी भाषा से हमारे जीवन शैली संस्कृति रहन-सहन मान सम्मान वेशभूषा गौरव आदि का पता चलता है हम रोजमर्रा के कार्यों के लिए भी हिंदी भाषा का उपयोग करते हैं जो हमें थिंकस्पेस से जोड़ कर रखी है|
हिंदी भाषा का महत्व पर निबंध 2021
मातृभाषा हिंदी की विशेषताएं:- हिंदी की विशेषता यह है कि या सरल और आसानी से बोली वह समझी जा सकती है हिंदी को पढ़ना लिखना समझना बहुत आसान होता है अब तो कई स्थानों पर हिंदी भाषा का उपयोग भी तेजी से होने लगा है|
हिंदी भाषा का उपयोग:- भारत में हिंदी भाषा का उपयोग लगभग सभी क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रहा है पहले कई क्षेत्र ऐसे थे जहां पर हिंदी भाषा का उपयोग नहीं किया जाता था लेकिन अब धीरे-धीरे सभी क्षेत्रों में हिंदी का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है हिंदी का उपयोग दैनिक जीवन में बोलचाल में ही नहीं बल्कि अब धीरे-धीरे सभी क्षेत्रों में भी आगे बढ़ रहा है जैसे अध्ययन में मेडिकल में इंटरनेट पर सभी क्षेत्रों में हिंदी का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है हिंदी भाषा का उपयोग टेलीविजन रेडियो दूरसंचार आदि में भी किया जाता है|
हिंदी का उपयोग देश ही नहीं विदेशों मैं भी तेजी से प्रसार हो रहा है विदेशों से बीएफ हिंदी भाषा को सीखने के लिए लोग भारत आ रहे हैं एवं हिंदी भाषा सीख रहे हैं इससे विदेशों में भी हिंदी का विकास भी तेजी से हो रहा है|
Hindi Bhasha Ka Mahatva Par Nibandh 2021
हिंदी भाषा में लेखकों का योगदान:- मातृभाषा हिंदी के प्रचार के लिए लेखकों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है कई लेखकों ने हिंदी का प्रचार प्रसार करने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है हिंदी भाषा के प्रसार में जयशंकर प्रसाद महादेवी वर्मा दयानंद सरस्वती जैसे महान लेखक थे जिन्होंने हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए जिससे आज धीरे-धीरे पूरे देश और विदेशों में भी हिंदी का तेजी सेविकास हुआ है इन लेखकों के अलावा भी कई ऐसे लेखक हैं जिन्होंने हिंदी भाषा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है तथा इन्हीं लोगों की मदद से पूरे भारत में हिंदी का विकास बहुत तेजी से किया गया है|
इंटरनेट पर मातृभाषा हिंदी का विकास:- आज हमारी मातृभाषा हिंदी का इंटरनेट पर भी तेजी से विकास हुआ है पहले इंटरनेट पर हिंदी भाषा का उपयोग नहीं किया जाता था या बहुत कम ना के बराबर ही किया जाता था लेकिन अब धीरे-धीरे इंटरनेट पर भी हिंदी का विकास हुआ है वर्तमान में तो इंटरनेट पर हिंदी का विकास बहुत तेजी से हुआ है अब हमें किसी भी जानकारी को हिंदी में प्राप्त करने के लिए इंटरनेट की मदद ले सकते हैं सभी जानकारी इंटरनेट पर अब हिंदी में भी उपलब्ध है|
Essay on Hindi Bhasha ka mahatva
हिंदी भाषा की उत्पत्ति:- हिंदी भाषा की उत्पत्ति काफी पुरानी है हिंदी शब्द की उत्पत्ति सिंधु नदी के नाम से की जाती है पहले विदेशी जब भारत आए थे तो उन्होंने सिंधु नदी को हिंद के नाम से पुकारा था तब से ही हिंदी भाषा की उत्पत्ति हुई है हिंदी भाषा काफी प्राचीन और प्रचलित है हिंदी शब्द की उत्पत्ति से भारत की एक अलग पहचान हुई है तभी से भारत एक हिंदी राष्ट्र के नाम से जाना जाता है|
मातृभाषा हिंदी का विकास:- हिंदी का विकास अब तेजी से बढ़ रहा है पहले हिंदी भाषा का विकास बहुत कम क्षेत्र तक ही सीमित था लेकिन अब इसका विकास तेजी से हो रहा है पहले भारत के ही कुछ क्षेत्रों में हिंदी भाषा का उपयोग नहीं किया जाता था लेकिन अब धीरे-धीरे उन क्षेत्रों में भी हिंदी भाषा का उपयोग किया जाने लगा है अब भारत उन क्षेत्रों में जहां पर हिंदी भाषा का कम या नहीं के बराबर उपयोग किया जाता था अब वहां पर भी हिंदी भाषा का उपयोग तेजी से बढ़ने लगा है
Hindi bhasha par nibandh
हिंदी भाषा का विकास इतना तेज हुआ है कि आप सभी क्षेत्रों मैं जैसे अध्ययन के क्षेत्र में मेडिकल के क्षेत्र में दूरसंचार में सूचनाओं में इंटरनेट पर आदि सभी क्षेत्रों में हिंदी भाषा का विकास तेजी से हुआ है विदेशों में भी हिंदी भाषा को सीखने जानने वह बोलने की उत्सुकता बढ़ी है अबे लोग भी हिंदी भाषा को सीखने बोलने समझने में अधिक रूचि ले रहे हैं इससे देश विदेश में भी मातृभाषा हिंदी का तेजी से विकास हो रहा है|
हिंदी दिवस:- भारत के आजादी के बाद से हिंदी को अधिक महत्व दिया गया है स्वतंत्रता के समय भारत में अनेकों भाषाओं का उपयोग किया जाता था इसके बाद काफी संघर्ष के बाद भारत में अंग्रेजी एवं हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई थी 14 सितंबर 1954 को काफी संघर्षों के बाद हिंदी भाषा को भारत की मुख्य भाषा के रूप में मान्यता दी गई थी सर्वप्रथम 14 सितंबर 1954 को हिंदी दिवस के रूप में मनाया गया था तभी से प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है और आगे भी मनाया जाएगा|
उपसंहार:- मातृभाषा हिंदी हमारे भारत देश के गौरव एवं आत्मसम्मान है इसके विकास एवं प्रचार प्रसार के दीया आगे भी ऐसे ही प्रयास करते रहना चाहिए ताकि हिंदी भाषा का पूरे विश्व में परचम लहराता सके या हमारे आत्मसम्मान संस्कृति धरोहर इतिहास आदि की पहचान है इसीलिए हमें मातृभाषा हिंदी के विकास के लिए आगे भी महत्वपूर्ण योगदान देने की आवश्यकता है|