भारत में रामसर साइट की नवीन सूची तथा उसके कार्य, उद्ददेश और महत्व – New ramsar wetland in india 2021
साइट एक वेटलैंड है जिसका राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं यह यूनेस्को द्वारा स्थापित रामसर सम्मेलन 1971 का एक अंतरराष्ट्रीय आंध्र भूमि संधि है रामसर एक ईरान का शहर है जहां सभी देशों ने इस पर सम्मिलित रूप संयुक्त राष्ट्र के देशों ने हस्ताक्षर किए थे
- क्यों चर्चे में: – हाल ही में भारत के 4 स्थानों को रामसर स्थल घोषित किए गएतथा उन्हें वैश्विक महत्व की आद्र भूमि के रूप में नामित किए गए जो हरियाणा और गुजरात में दो-दो है जिससे भारत में अब कुल रामसर वेटलैंड की संख्या 46 हो गई है
- गुजरात: – 1. थाल वन जीव अभ्यारण 2. वाधवाना झील
- हरियाणा: – सुलतानपुर नेशनल पार्क और भिंडावास वन्य जीव अभ्यारण
Ramsar side रामसर साईट के उद्देश्य एवं महत्व –
यह पूरी दुनिया में स्थित महत्वपूर्ण आर्द्रभूमि (तालाब, झील, वन जीव जंतु, नदी आदि) की सुरक्षा एवं संरक्षण करता है यह पूर्ण रूप से 1975 में प्रभाव में आया आद्र भूमि जैव विविधता की दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र होता है
- यहां प्राकृतिक पर्यावरण का संरक्षण करता है तथा उन्हें बनाए रखता है
- इससे आद्र भूमि वाले क्षेत्र में भूमिगत जल स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिलती है
- विभिन्न जीव जंतु को आवास उपलब्ध कराता है
- यह प्राकृतिक सुंदरता बनाए रखता है एवं पर्यटक का भी केंद्र होता है
- विश्व आंध्र भूमि दिवस 2 फरवरी को प्रतिवर्ष मनाया जाता है 2021 में इसकी 50 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है जिसकी थीम है आंध्र भूमि और जल (wetland and water)
- पूरे विश्व में वर्तमान में 2300 से अधिक रामसर साइट उपलब्ध है
भारत में रामसर साइट स्थल की सूची 2021
इंडिया Me वर्तमान में कुल 46 आर्द्रभूमि स्थित है जो इस प्रकार है –
- कोलेरू झील ( आंध्र प्रदेश)
- नलसरोवर पक्षी & थोल जीव अभ्यारण, अभ्यारण बाधवाना वेटलैंड ( Gujarat)
- भोज वेटलैंड, मध्य प्रदेश
- भीतर्कणिका एवं चिल्का झील, ओड़िशा
- रूद्र सागर झील, त्रिपुरा
- सुंदरवन डेल्टा, पश्चिम बंगाल
- सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान एवं भिंडावास वन्य जीव अभ्यारण न्यू साइड, हरियाणा
- नासिक लोनार झील, महाराष्ट्र
- इतनी साइड मुख्य रूप से है तथा भारत में और भी उपलब्ध है जो आप रामसर wetland ऑफिशियल साइट पर जाकर देख सकते हैं
भारत में रामसर साइट की नवीन सूची तथा उसके कार्य