नारी का महत्व पर निबंध | Nari ka Mahatva Par Nibandh in Hindi | नारी शक्ति पर निबंध | Nari ka mahatva per nibandh | भारतीय नारी का महत्व पर निबंध | Nari Shiksha ka mahatva par nibandh in Hindi | भारतीय समाज में नारी का महत्व पर निबंध | Essay on nari ka mahatva in Hindi |
भारतीय समाज में नारी का महत्व पर निबंध
नारी का महत्व पर निबंध की रूपरेखा
- प्रस्तावना
- पुरातन समय में नारी का महत्व
- मध्य काल में नारी का महत्व
- वैदिक समय में नारी का स्थिति
- वर्तमान समय में नारी
- महिलाओं के जीवन में समस्या
- उच्च पदों पर नारी
- उपसंहार
प्रस्तावना :- आज के वर्तमान युग में नारी का महत्वपूर्ण योगदान है आज नारिया तेजी से सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रही है आज भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में नारी का सर्वोच्च सम्मान है तथा बड़ी-बड़ी कंपनियों संस्थानों इस्टीट्यूट आदि के संस्थापक और उनके सीईओ के रूप में मौजूद है|
नारी और पुरुष दोनों मिलकर ही सृष्टि का निर्माण कर सकते हैं नारी के बिना सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती|
पुराने समय में नारी को काफी प्रताड़ित एवं समस्याएं एवं परेशानियों का सामना करना पड़ता था| जैसे सती प्रथा पर्दा, शिक्षा की अनुमति नहीं जैसे – अनेकों समस्याएं नारी के जीवन में थी| लेकिन आज वर्तमान समय में इन सब समस्याओं से नारी मुक्त हो चुकी है| आज उन्हें पढ़ने लिखने एवं अपने इच्छा अनुसार कार्य करने की आजादी प्राप्त है|तथा उन सभी पुराने कुप्रथा रिती रिवाज जिससे महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता था वह सभी समाप्त हो चुकी है|
नारी का महत्व पर निबंध pdf
पुरातन समय में नारी का महत्व :- पुराने समय में नारियों को सम्मान की नजर से देखा जाता था और उनका सम्मान किया जाता था उस समय नारी अपनी योग्यता कार्य कौशल का वर्णन करती थी कई बार तो उन्होंने युद्ध में अपने कौशल को भी दिखाया है जैसे रानी लक्ष्मीबाई, दुर्गावती इन्होंने युद्ध में अपने योग्यता और कौशल को दिखाया तथा अंग्रेजों को कड़ी कड़ी टक्कर दी और कई बार उन्हें पराजित भी किया और कभी हार मान कर आत्मसमर्पण नहीं किया और अंत तक लड़ती रही उस समय में नारियों को काफी सम्मान इज्जत दी जाती थी|
मध्य काल में नारी की स्थिति :- मध्य काल में नारी की स्थिति दयनीय थी पुरातन काल में महिलाओं को काफी सम्मान एवं अधिकार प्राप्त है लेकिन मध्यकालीन युग में इनकी स्थिति काफी दुर्भाग्यपूर्ण एवं इनके जीवन स्तर तेजी से गिरता गया मध्यकालीन युग में नारियों को विलास और भोग का साधन बनाकर रखते थे तथा इन्हें अपने जीवन या कार्य करने की आजादी नहीं होती थी|
वैदिक समय में नारी की स्थिति :- वैदिक समय में भी नारी की स्थिति अच्छी एवं सम्मानजनक थी इन्हें शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार तथा अपने कार्यों को अपनी इच्छा अनुसार करने का अधिकार प्राप्त था वैदिक काल में नारी की पूजा की जाती थी कोई भी धार्मिक कार्य को करने के लिए नारी सर्वोपरि रखा जाता था तथा उनके बिना कोई भी धार्मिक कार्य को पूर्ण नहीं किया जा सकता था उस समय नारियां संस्कृति एवं शिक्षा से जुड़ी हुई एक सभ्य नारी थी जिन्हें पुरुषों के द्वारा सर्व परी रखकर उनकी पूजा की जाती थी|
Nari Shiksha ka mahatva par nibandh in Hindi
वर्तमान समय में नारी :- वर्तमान समय में नारियों को पुरुष के बराबर का अधिकार प्राप्त है इन्हें पुरुषों के समान समझा जाता है और इन्हें पुरुषों के समान ही अधिकार भी दिए जाते हैं आज महिला और पुरुष दोनों एक साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे हैं आज बड़े बड़े संस्थानों कंपनियों आदि में बड़ी-बड़ी पोस्टों पर महिलाएं स्थित है|
लेकिन आज भी कुछ ऐसे स्थान हैं जहां पर नारियों को प्रताड़ना या अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है उस स्थान पर पुरुष अपनी पिछड़ी मानसिकता की वजह से स्त्री को शिक्षा देने तथा उन्हें आजादी के साथ अपने जीवन को जीने की अनुमति नहीं देते जिस वजह से कुछ क्षेत्रों में उनकी स्थिति दयनीय है|
लेकिन वर्तमान समय में लोगों को जागरूक करके एवं कानून एवं अधिकार देकर इन क्षेत्र में भी सुधार किया जा रहा है जिसकी वजह से आज वह अच्छी शिक्षा दीक्षा एवं अपनी इच्छा अनुसार कार्य को करने की आजादी प्राप्त हो रही है तथा नारी अच्छी शिक्षा दीक्षा ग्रहण करके देश के विकास में भी अपना सहयोग दे रही है और कई देशों का प्रतिनिधित्व भी कर रही है इसका सबसे बड़ा उदाहरण भारत में है भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल थी|
नारी की समस्याएं :- वर्तमान समय में नारी तेजी से विकास तो कर रही है लेकिन उनके लिए कई समस्याएं भी उत्पन्न हो रही है आए दिन हमें स्त्री के शोषण और उत्पीड़न की समस्याएं सुनने को मिलती रहती है आज भी कई स्थानों पर पुत्री के जन्म पर लोगों को दुख होता है वह पुत्री की जगह पुत्र को ही जन्म देने पर अत्यधिक महत्व देते हैं कुछ स्थानों पर अंधविश्वास कुरीतियां आदि की वजह से भी नारी को समस्याएं एवं यातनाएं सहनी पड़ती है इन्हें शिक्षा से वंचित रखा जाता है|
Nari ka mahatva per nibandh
तथा इन्हें पुरुषों के बराबर ना समझ कर इन्हें पुरुषों पर निर्भर रहने के लिए कहा जाता है इस प्रकार कुछ कुरीतियां प्रथा अंधविश्वास तथा शिक्षा के वजह से भी नारियों को कई समस्याएं सहनी पड़ रही है जो एक गंभीर समस्या का विषय है इसके लिए समाज को जागरूक करने एवं उन्हें नारी के महत्व को बताने की आवश्यकता है तभी इन स्थानों पर भी नारी को उनका अधिकार प्राप्त हो सकेगा और अपना जीवन भी पुरुषों की तरह आजादी से और अपने पैरों पर खड़े होकर जी सके|
उच्च पदों पर नारी :- आज भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में नारिया उच्च पदों पर विद्वान है अनेकों बड़े-बड़े अंतरराष्ट्रीय संगठन संस्थान पर महिला विद्वान है कई देशों का प्रतिनिधित्व भी महिलाएं ही कर रही है इसके अलावा कंपनियां प्राइवेट संस्थान आदि में भी महिलाएं तेजी से आगे बढ़ रही है आज हमारे देश में बड़े-बड़े पदों पर महिला विद्यमान है राष्ट्रपति के पद पर भी महिला विद्वान रह चुकी है आज हमारे देश की वित्त मंत्री भी एक महिला ही है तथा कई राज्य जिनका प्रतिनिधित्व महिला ही कर रही है इस प्रकार वर्तमान समय में नारिया पुरुषों के बराबर एवं उनसे आगे निकल कर देश के विकास में योगदान दे रही है|
Essay on nari ka mahatva in Hindi
उपसंहार :- बिना नारी के समाज की कल्पना नहीं की जा सकती तथा समाज को चलाने के लिए स्त्री और पुरुष दोनों महत्वपूर्ण योगदान देते हैं इसलिए हमें नारी को सम्मान देना चाहिए उन्हें शिक्षा दीक्षा एवं अपनी इच्छा अनुसार कार्य करने तथा उनके विचारों को व्यक्त करने की आजादी देना चाहिए ताकि वह आगे बढ़ सके और देश के विकास में योगदान दे सके इसके लिए हमें भी नारी को सम्मान और शिक्षा तथा उनके इच्छा के अनुरूप कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि वे और अच्छे से कार्य कर सके और देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सके|
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